बीकानेर। बीकानेर जिले के देहात भाजपा अध्यक्ष जालम सिंह भाटी का एक बयान खूब चर्चा में है। दरअसल बिहारी बिश्नोई की नामांकन के दौरान देहात अध्यक्ष जालम सिंह भाटी ने बिहारीलाल बिश्नोई को लेकर वहां मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए बड़ी बात कही। उन्होंने कहा कि मैं आप लोगों से वादा कर रहा हूं कि बीकानेर जिले में सरकार बनने पर सबसे पहले मंत्री के रूप में बिहारीलाल होंगे। देसी भाषा में बोलते हुए उन्होंने कहा कि थे जितार भेजोला तो मैं एक वादों करूं थां लोगा सूं आवन वाले टाइम में जिले में कोई मंत्री होवेला तो बिहारीलाल होवेला। अब्बार थाने जीको बिजली रो झटको दियो है जिके सूं थारीं फसला रो नुकसान होयो है। मैं तो आ केसूं कि बिजली मंत्री बिहारीजीने बनावे। म्हारो किसान खुशहाल रेवें।
प्रचार की रणनीति
दरअसल इस बयान को लेकर कई तरह की चर्चाएं हैं। नोखा विधानसभा क्षेत्र में इस बार त्रिकोणीय संघर्ष है, निर्दलीय प्रत्याशी कन्हैयालाल अपना अंतिम चुनाव लड़ने की बात कहते हुए जनता के बीच जा रहे हैं। जनता से सहानुभूति लेने के लिए झंवर के इस बयान को देखा जा रहा है। वहीं पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी के अस्वस्थ होने के बाद उनकी पत्नी सुशीला देवी को पार्टी ने टिकट दिया है। वे भी जनता से रामेश्वर डूडी के जनता से संबंधों और डूडी के द्वारा कराए गए कामों को याद दिलाते हुए डूडी की तबीयत ठीक नहीं होने के चलते चुनाव लड़ने की बात कह रही है और माना जा रहा है कि इसे सहानुभूति की लहर के रूप में कांग्रेस तैयार कर रही है। ऐसे में भाजपा की ओर से देहात भाजपा अध्यक्ष के इस बयान के भी कई मायने निकाले जा रहे हैं। हालांकि अब यह देखने वाली बात है कि जनता का झुकाव किस और होगा क्योंकि चुनाव में सब अपने-अपने तरह से मतदाताओं पर छाप छोड़ने का प्रयास करते हैं लेकिन मतदाता प्रत्याशियों और नेताओं की बात को कितना गंभीरता देते हैं यह तो परिणाम ही बताएगा।

























