बीकानेर। परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई बीकानेर पूर्व विधानसभा सीट इस बार जिले की सबसे चर्चित सीट बनी हुई है। हालांकि अब भाजपा ने अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है लेकिन भाजपा के प्रत्याशी घोषित नहीं होने से पहले भी इस सीट पर संभावित उम्मीदवार को लेकर सबसे ज्यादा उत्सुकता देखी गई। वहीं अब ये उत्सुकता कांग्रेसी खेमे में देखी जा रही है। सितंबर में कमजोर सीटों पर उम्मीदवार खड़े करने की कांग्रेस की कवायद मंथन के किस दौर में है इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अक्टूबर महीना खत्म होने को है और नामांकन की तिथि नजदीक आ रही है बावजूद उसके कांग्रेस अभी तक इस सीट पर जिताऊ उम्मीदवार की तलाश में ही जुटी हुई है। इन सब के बीच कांग्रेस में अब एक बार फिर इस सीट पर जीत हासिल करने की कवायद के चलते संभावित उम्मीदवारों की कड़ी में एक और नाम जुड़ने के संकेत मिल रहे हैं।
वैभव को लेकर चर्चाएं!
कांग्रेस से जुड़े खेमों में इस बात को लेकर चर्चा है कि इस सीट पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत पर भी पार्टी दांव खेल सकती है। हालांकि करीब 6 महीने पहले भी वैभव गहलोत के इस सीट से दावेदार होने को लेकर चर्चाएं खूब हुई थी लेकिन बाद में यह बातें हवा हो गई लेकिन अब टिकट वितरण में कांग्रेस की तीन सूची जारी हो चुकी है उसके बाद भी बीकानेर पूर्व सीट पर अभी तक कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है और बताया यह भी जा रहा है कि अभी तक भी इस सीट पर कांग्रेस सर्वे के दौर में ही है। सिद्धि कुमारी के मुकाबले वैभव के नाम को लेकर भी अचानक चर्चा को लेकर कांग्रेस का कोई भी नेता कुछ नहीं बोल रहा है और किसी भी तरह की जानकारी नहीं होने की बात कह रहा है।
इसलिए हो रही चर्चा
बताया जा रहा है कि प्रदेश में अलग-अलग कई सीटों को लेकर पहले भी राजनीतिक समीकरण के लिहाज से वैभव के नाम को लेकर चर्चा में चल चुकी है। टिकट वितरण में हो रही देरी के बीच बीकानेर में एक बार फिर वैभव के नाम की चर्चा ने जोर पकड़ा है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस समीकरण के हिसाब से इस सीट पर चिंतन कर रही है और यही कारण है कि अब स्थानीय दावेदारों के साथ वैभव का नाम भी चर्चा में जुड़ गया है।
खूब हैं दावेदार
पिछले विधानसभा चुनाव में नोखा से बीकानेर आकर चुनाव लड़ने वाले कन्हैयालाल झंवर ने पिछले दो चुनाव के मुकाबले सिद्धिकुमारी के जीत के अंतर को काफी कम कर दिया। उसके बाद कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में भी इस सीट को लेकर जीत की आस जगी। यही कारण है कि तीन बार लगातार कांग्रेस के हारने के बावजूद भी इस सीट पर कांग्रेस से टिकट मांगने वालों की कमी नहीं है। इस बार भी इस टिकट मांगने वालों दावेदारों में शहर कांग्रेस अध्यक्ष यशपाल गहलोत जिनको पिछली बार पूर्व और पश्चिम दोनों जगह से कांग्रेस का टिकट मिलने के बाद कट गया। इसके अलावा वल्लभ कोचर, बाबू जयशंकर जोशी, अरविन्द मिड्ढा और गुलाम मुस्तफा मकसूद अहमद, नगेंद्रपाल सिंह गजेंद्र सिंह सांखला का नाम भी टिकट मांगने वाले दावेदारों के लिहाज से चर्चा में है।

























