बीकानेर। साल 2018 की विधानसभा चुनाव की बात है। ये हिंदुस्तान के इतिहास में किसी भी राजनीतिक पार्टी के किसी भी कार्यकर्ता के साथ पहला उदाहरण था जब एक कार्यकर्ता को दो बार अलग अलग विधानसभा क्षेत्र से टिकट दिया गया। लेकिन दोनों ही जगह से टिकट कट गया। बीकानेर कांग्रेस शहर अध्यक्ष यशपाल गहलोत के साथ ऐसा ही हुआ। उस वक्त चुनाव प्रचार के लिए अशोक गहलोत बीकानेर आए। बीकानेर के उपनगर गंगाशहर में अशोक गहलोत की चौरड़िया चौक में ही सभा थी। अशोक गहलोत इस सभा में पश्चिम से बीडी कल्ला और पूर्व से उस वक्त के उम्मीदवार कन्हैयालाल झंवर के प्रचार में आए थे।
आज फिर वैसा ही संयोग….
पांच साल बाद आज फिर अशोक गहलोत बीकानेर आ रहे हैं और आज भी चौरड़िया चौक में ही उनकी चुनावी सभा है। इस सभा के साथ एक विचित्र संयोग भी है। दरअसल 5 साल पहले बीकानेर पूर्व से यशपाल का टिकट काटने का आक्रोश गहलोत की सभा में आए लोगों में था। अपने संबोधन के लिए मंच पर आए अशोक गहलोत को भी शायद इस बात का आभास था तभी उन्होंने मंच से दोनों प्रत्याशियों के समर्थन की बात बोली और यशपाल को लेकर एक बात कही जो एक राजनीतिक संकेत के रूप में थी। उस वक्त अशोक गहलोत ने कहा था कि भविष्य में यशपाल का ध्यान मैं रखूंगा।
आज उसी रूप में निभा दिया वो वादा
हालांकि उस वक्त अशोक गहलोत की कही गई बात सरकार बनने पर चुनावी नियुक्ति के रूप में लोगों ने समझी हो या फिर हो सकता है कि अशोक गहलोत ने भी उसी तरीके से इस बात को कहा हो। लेकिन किसी भी परिस्थतिवश इन 5 सालों में यशपाल को कोई राजनीतिक नियुक्ति नहीं मिली। लेकिन इन 5 सालों में संगठन की बागडोर यशपाल के हाथ में रही और एक बार फिर बनी नई कार्यकारिणी में भी यशपाल को ही अध्यक्ष बनाया गया। इतना ही नहीं संगठन और राजनीतिक नियुक्तियों में यशपाल और उनके समर्थकों को भी महत्व मिला। लेकिन शायद खुद अशोक गहलोत के मन में भी अपने किए वादे का भान था शायद यही कारण रहा कि 5 साल बाद फिर से हुए चुनाव के टिकट वितरण में अशोक गहलोत ने अपनी बात को एक ही झटके में यशपाल को टिकट देकर पूरा कर दिया।
आज उसी जगह सभा में यशपाल प्रत्याशी
5 साल बाद इस चौरड़िया चौक में अशोक गहलोत बीडी कल्ला के साथ ही यशपाल के समर्थन में आम सभा करने के लिए आ रहे हैं। यह अपने आप में एक संयोग ही है कि 5 साल पहले जिस यशपाल का ध्यान रखने की बात अशोक गहलोत ने जिस जगह पर कही उसी जगह पर वे आज कांग्रेस प्रत्याशी बने यशपाल के समर्थन में आ रहे हैं।

























