बीकानेर। बीकानेर कांग्रेस के संगठन महासचिव नितिन वत्सस ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। शहर कांग्रेस अध्यक्ष यशपाल गहलोत को लिखे इस्तीफे में नितिन ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंदसिंह डोटासरा बीकानेर आए और उनका आना कार्यकर्ताओं में कांग्रेसजन में उत्साहवर्धन करने वाला था क्योंकि यहां वे 36 कौम को साथ लेकर चलने वाले जन जन के नेता रामेश्वर डूडी साहब की सेहत का हाल जानने आए बड़ा अच्छा लगा कि परिवार (संगठन) का मुखिया हर कार्यकर्ताओं की जान माने जाने वाले डूडी साब का हाल जानने बीकानेर आए लेकिन ये खुशी तब काफ़ूर हो गई जब बीकानेर आने के बाद भी डोटासरा बीकानेर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व जिला अध्यक्ष और कांग्रेस की शान जनार्दन कल्ला की धर्मपत्नी श्रीमती सावित्री देवी जी कल्ला के निधन पर जनार्दन कल्ला को सांत्वना देने नहीं पहुंचे।
कल्ला का विशेष स्थान
अपने पत्र में नितिन ने लिखा कि कांग्रेस ही नहीं बीकानेर की राजनीति पृष्ठभूमि में जनार्दन कल्ला को विशेष सम्मान प्राप्त है और जनार्दन कल्ला उस वक्त से कांग्रेस का झंडा थामे हैं जब देश में ये हालात ये हो गए थे कि एक कांग्रेसी बताओ हजार रुपए इनाम पाओ उस वक्त भी बीकानेर में अगर किसी ने कांग्रेस का झंडा थाम रखा था तो वो जनार्दन कल्ला है। व्यक्तिगत रूप से आहत इसलिए भी हूं कि जनार्दन जी कल्ला मेरे राजनैतिक गुरु है उनके आशीर्वाद से उनके मार्गदर्शन से में आज इस मुकाम पर हूं। संगठन महासचिव जैसा पद मुझ जैसे नाचीज को मिला। कांग्रेस पार्टी कभी भी जातिगत और भेदभाव पूर्ण व्यवहार नहीं करती और शोक संतप्त परिवार के साथ हमेशा खड़ी रही है और बीकानेर में कांग्रेस का पर्याय माने जाने वाले मेरे राजनैतिक गुरु जनार्दन कल्ला आज शोक संतप्त है और मुखिया होने के नाते डोटासरा का दायित्व था कि वे बीकानेर आए तो उनके यहां भी जाना चाहिए था इससे कार्यकर्ताओं में एक अच्छा संदेश जाता कि मुखिया सबकी सुनता है सबके दुख में साथ होता है लेकिन जब ऐसे वरिष्ठ नेताओं के साथ भी ऐसा व्यवहार हो सकता है तो कांग्रेस का आम कार्यकर्ता क्या सोचेगा।
कांग्रेस पार्टी की विचारधारा सदैव हर वर्ग हर जाति हर समुदाय को साथ लेकर चलने वाली रही है सर्वधर्म समभाव के साथ पार्टी ने कभी किसी भी पक्ष विशेष के लिए राजनीति या संगठन का इस्तेमाल नहीं किया।
लेकिन वर्तमान हालात इसके विपरीत है और में कांग्रेस पार्टी की मूल विचारधारा और कार्यशैली के साथ जुड़ा था और उसी के साथ जुड़ा रहूंगा लेकिन वर्तमान हालातों के मध्यनजर भावनात्मक रूप से आहत होकर संगठन महासचिव पद से अपना इस्तीफा देता हूं।

























