

बीकानेर। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो और विधायक हनुमान बेनीवाल ने राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से अगले साल 27-28 जनवरी को होने वाली आरएएस मुख्य परीक्षा की तिथि को स्थगित करने की अभ्यर्थियों द्वारा की जा रही मांग का समर्थन किया है। बेनीवाल ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि अभ्यर्थियों द्वारा की जा रही मांग पूर्ण रूप से जायज है।
वापिस लौटे साख
बेनीवाल ने अपने पत्र में लिखा कि राजस्थान लोक सेवा आयोग सहित भर्ती परीक्षाओं को करवाने वाले राजस्थान की तमाम संस्थाओं की साख विगत कई वर्षों से उन संस्थाओं में बैठे जिम्मेदारों ने सरकारी संरक्षण में खराब की और पेपर लीक जैसे मामलों ने राज्य के बेरोजगार युवाओं के सपनों के साथ कुठाराघात किया। चूंकि पहली बार आरएएस मुख्य परीक्षा हेतु तैयारी के लिए समय बहुत कम दिया गया और अभ्यर्थियों के अनुसार पेपर तैयार करने वाली प्रिंटिंग प्रेस की भूमिका भी संदिग्ध है। जिसकी जांच वर्तमान में चल रही है। ऐसे में उक्त तमाम कारणों से इस समय परीक्षा का आयोजन करना ठीक नहीं है। चूंकि आपके दल द्वारा भी चुनाव से पूर्व राजस्थान लोक सेवा आयोग और आयोग में बैठे कई जिम्मेदारों की कार्यशैली और उनके भ्रष्ट आचरण पर सवालिया निशान खड़े किए गए थे और आपकी पार्टी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने भी चुनाव से पूर्व प्रेस वार्ता करके कहा था की भाजपा सरकार बनने पर आरपीएससी को भंग करेंगे। ऐसे में यदि किसी भी परीक्षा के आयोजन से पूर्व आरपीएससी जैसी संस्था की गरिमा को पुनः बनाने के लिए राजस्थान लोक सेवा आयोग को भंग करके उसका पुनर्गठन नहीं किया जाता है तो सरकार की कथनी और करनी पर राज्य का युवा सवाल खड़ा करेगा।