बीकानेर। बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय, बीकानेर मे इंजीनियर्स डे बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। देश के निर्माण मे इंजीनियर्स के योगदान को सम्मान और तकनीकी भविष्य की दिशा पर चर्चा करने के उद्देश्य के साथ आयोजित कार्यक्रम में भारत रत्न सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया के अदभुत योगदान और राष्ट्र निर्माण मे निभाई गई भूमिका को याद किया गया। कार्यक्रम की। शुरुआत कुलगुरु प्रो अखिल रंजन गर्ग , मुख्य अतिथि डॉ मेघेंद्र शर्मा (विज्ञान भारती, राजस्थान), विशिष्ट अतिथि विपुल कोचर, प्राचार्य डॉ प्रबन्त सिंह सिन्धु द्वारा किया गया।
सम्मान का नवाचार
इस अवसर पर विश्वविद्यालय ने नवाचार करते हुए विपुल कोचर को उनके बहुमूल्य योगदानों, समाजोपयोगी दृष्टिकोण और वैश्विक उपलब्धियों के लिए लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड 2025 प्रदान किया। बीकानेर मूल के कोचर ने प्योर टेस्टिंग और वैरायटी सॉफ्टवेयर की स्थापना कर सॉफ्टवेयर टेस्टिंग व कॉर्पोरेट प्रशिक्षण को वैश्विक पहचान दिलाई तथा इंडियन टेस्टिंग बोर्ड के संस्थापक अध्यक्ष के रूप में भारत का प्रतिनिधित्व विश्व मंच पर किया।
उनके कई नवाचारों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत हुए। इंजीनियर्स डे समारोह में जल संसाधन विभाग के कार्यकारी अभियंता विनोद पूनिया को यंग इंजीनियर अवार्ड से सम्मानित किया गया। इंदिरा गांधी नहर परियोजना के अंतर्गत सिंचाई अवसंरचना और जल प्रबंधन को सुदृढ़ बनाने में उनके योगदान को विश्वविद्यालय ने अत्यंत सराहनीय बताते हुए यह सम्मान प्रदान किया।
महत्वपूर्ण भूमिका
कुलगुरु प्रो. अखिल रंजन गर्ग ने कहा कि भारत के विकास और आत्मनिर्भरता की दिशा में इंजीनियरों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि आधुनिक तकनीक, अनुसंधान और नवाचार के माध्यम से हमारे युवा इंजीनियर देश को नई ऊँचाइयों तक ले जा सकते हैं। कुलगुरु ने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे सर एम विश्वेश्वरैया के आदर्शों से प्रेरणा लेकर समाज और राष्ट्र निर्माण में अपना सक्रिय योगदान दें।
मुख्य अतिथि विज्ञान भारती राजस्थान के सचिव डॉ मेघेंद्र शर्मा ने कहा कि इंजीनियर समाज की प्रगति और राष्ट्र निर्माण के सशक्त स्तंभ हैं। उन्होंने युवाओं से नवाचार, अनुसंधान और तकनीक के माध्यम से आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने का आह्वान किया। विशिष्ट अतिथि विपुल कोचर ने कहा कि इंजीनियर न केवल तकनीकी नवाचार के ध्वजवाहक हैं बल्कि वे समाज की प्रगति और मानव जीवन को सरल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने युवाओं को नवीनतम तकनीक, एआई और नवाचारों को अपनाने तथा वैश्विक स्तर पर भारतीय इंजीनियरिंग को अग्रणी बनाने का आह्वान किया।
हुए विभिन्न कार्यक्रम
इस दौरान तकनीकी ज्ञान और रचनात्मकता के साथ अलग अलग कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस अवसर पर विश्वविद्यालय शिक्षकों के योगदान को भी विशेष रूप से याद किया गया। कार्यक्रम का संचालन समन्यवक डॉ. अल्का स्वामी ने किया तथा सह-समन्यवक डॉ. अनु शर्मा द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया।


























