बीकानेर । नवरात्रि पावन पर्व पर नगर सेठ लक्ष्मीनाथ जी मंदिर परिसर रामलीला मैदान में निरंतर संगीतमय भव्य रामलीला का आयोजन की पांचवीं रात्रि का दृश्य राम भरत मिलाप का दृश्य दिखाया गया संस्थान के अध्यक्ष गिरीराज जोशी ने बताया की लीला का शुभारंभ भगवान गणेश जी की आरती से आरंभ किया गया व मुख्य अतिथि समाजसेवी राजेश चुरा हनुमान अग्रवाल थे
संस्थान के सचिव अभिराम दत गौड़ ने बताया की कैवट द्वारा प्रभू राम सीता लक्ष्मण को सरयू नदी पार करवाना
केवट द्वारा जाना था गंगा पार प्रभु केवट की नाव चले कभी-कभी भगवान कभी भक्तों से काम पड़े जाना था जाना था गंगा पार प्रभु केवट की नाव चले
भरत राम से मिलाप के लिए उत्सुक था जब राम वनों में गये तब
भरत द्वारा आ लोट के आजा मेरे राम तुझे भाई भरत बुलाते हैं सुना लगेअयोध्या रो धाम तुझे भाई भरत बुलाते हैं
राम भरत मिलाप के बाद भरत ने कहा आप पुनः अयोध्या चले और राजगद्दी संभाले तब राम ने कहा मैं पिता जी के आदेश की पालना कर रहा हूं चोदह वर्ष पूर्ण होते ही मैं वापस अयोध्या नगरी लोटकर आऊंगा फिर भरत ने कहां की आपकी पादुकाएं मुझे दे दो तो राम ने अपनी पादुकाएं खोलकर भरत को दे दी फिर भरत ने अपने सिर पर रखकर कहा जब आप वापस अयोध्या लोटकर आयेंगे तब तक यह पादुकाएं राजगद्दी पर ही रहेंगी
संस्थान के हर्षवर्धन व्यास ने बताया की लीला में किरदार की भूमिका में गणेश ललित दशरथ मक्खन जोशी कैवट कैलाश भादाणी राम गिरीराज जोशी ललन लक्ष्मण जितेश पुरोहित सीता प्रशान्त आचार्य गुरु वशिष्ठ ब्रह्मदेव भादाणी कैवट पुत्र भावेश छंगाणी निशादराज यशवर्धन सुमंत मदन गोपाल आचार्य भरत गोविंद सोनी शत्रुध्न गोपाल कौशल्या सिद्धार्थ के कई गोपाल सुमित्रा अर्जुन मंत्री केशव छंगाणी भैरु भादाणी पवन सोलंकी गोपाल व्यास आदि ने मंचन किया

























