

बीकानेर। बीकानेर पूर्व विधानसभा सीट से चौथी बार सिद्धि कुमारी को टिकट मिलने के बाद लगातार सबकी नज़रें नगर विकास न्यास के पूर्व अध्यक्ष महावीर रांका पर है। भाजपा प्रदेश नेतृत्व ने रांका के टिकट पर पुनर्विचार की मांग को लेकर निकाले गए पैदल मार्च के बाद जानकारी जुटाई है तो दूसरी ओर चर्चा इस बात की भी है कि कांग्रेस के प्रदेश नेतृत्व ने भी इसको लेकर अपने स्तर पर जानकारी जुटाई है। पैदल मार्च के दिन महावीर रांका ने केवल एक ही बात को दोहराया कि पार्टी जन भावना के अनुरूप निर्णय लें। रांका का यह बयान अपने आप में बताने के लिए पर्याप्त है कि वह अब भी टिकट बदलने की उम्मीद पाले हुए हैं। लेकिन अब जब नामांकन की तिथि भी नजदीक आ रही है और प्रदेश नेतृत्व ने इस बात को लेकर संकेत दे दिए हैं कि टिकट बदलना संभव नहीं है और रांका का पार्टी प्रदेश नेतृत्व को दिया गया समय भी निकल चुका है ऐसे में हर किसी के मन में इस बात को लेकर उत्सुकता है कि रांका का अगला कदम क्या होगा। कोई उनके निर्दलीय चुनाव लड़ने की बात कह रहा है तो कोई कांग्रेस से टिकट लेकर चुनाव लड़ने की बात कह रहा है। हालांकि चुनावी मौसम में इस तरह की परिस्थिति जब किसी भी नेता के साथ होती है तो यह दो तरह की कयास जरूर होते हैं कि या तो वह सामने वाली पार्टी से चुनाव लड़ेंगे या फिर निर्दलीय ताल ठोकेंगे। लेकिन जब तक धरातल पर रांका की ओर से कोई अधिकृत बयान या घोषणा नहीं हो तो यह सब कयास से ज्यादा कुछ नहीं माने जा सकते।
मंथन का दौर
हालांकि राजनीति में चुनाव लोकप्रियता का पैमाना है और हर राजनीतिक कार्यकर्ता की यह इच्छा होती है कि वह भी चुनाव लड़े और खुद महावीर रांका के मन में भी यही बात है। लेकिन टिकट नहीं मिलने के बाद महावीर रांका ने भावावेश में आकर कोई बयान नहीं दिया और ना ही पैदल मार्च में ज्यादा कुछ बोले उसके बाद यह तो साफ हो गया है कि रांका पूरे चुनावी बिसात को बदली हुई परिस्थितियों की नजर से देख रहे हैं। मतलब साफ है कि रांका और उनकी टीम भविष्य में उठाए जाने वाले कदम के लिए मंथन के दौर से गुजर रही है।
ग्राउंड रिपोर्ट पर निर्णय
बीकानेर पूर्व विधानसभा क्षेत्र में अब निर्दलीय या दूसरे विकल्प को लेकर ग्राउंड रिपोर्ट की बात भी सामने आ रही है। माना जा रहा है कि यह धरातल की रिपोर्ट रांका की टीम के द्वारा कराई गई है। बताया जा रहा हैं कि इस सर्वे के आधार पर ही महावीर रांका सोच समझकर निर्णय लेंगे। अब देखने वाली बात है कि आने वाले एक-दो दिन में रांका क्या कदम उठाते हैं लेकिन बताया जा रहा है कि सर्वे के प्रारंभिक रुझान चुनाव लड़ने के संकेत दे रहे हैं।