

बीकानेर । बीकानेर में लगभग 365 वर्षों से शरद पूर्णिमा पर रघुनाथ मंदिर पर चली आ रही रासलीला के आयोजन की परंपरा आज भी बदस्तूर जारी है। गुरुवार रात्रि को रघुनाथजी मंदिर में शरद पूर्णिमा पर रासलीला का मंचन किया गया। रासलीला में कृष्ण और राधा स्वरूप ने चार लीलाएं खेली । इसमें माखन लीला, बंसीलीला, महादेव और बलि लीला का मंचन हुआ। बलि लीला में वामन अवतार भी हुआ। रासलीला में दो कृष्ण और दो राधा बनी इसके अलावा महादेव, प्राचार्य, राजा बलि, दीवान सहित कई कलाकार आए। भगवान कृष्ण की बाल लीला के साथ गोपिकाओं द्वारा भगवान श्रीकृष्ण कि बांसुरी चुराने से शुरू होकर कृष्ण की माखन चोरी की लीला का मंचन हुआ। वही महादेव लीला मे भगवान शंकर कृष्ण के बाल रूप का दर्शन करने कैलाश छोड़कर आ जाते है । बलि लीला मे भगवान वामन अवतार धारण कर तीन पैर मे उसका सब कुछ लेकर राजा बलि का अभिमान तोड़ने प्रकट होते है लगभग 365 साल चल रही इस महारास में रात 12 बजे भगवान के दर्शन के लिए सैकड़ों लोग पहुंचे। भगवान श्रीकृष्ण का शीर्ष मुकुल साल मे एक दिन ही दर्शन के लिए शरद पूर्णिमा को ही उपलब्ध रहता है। खीर के भोग के साथ रघुनाथजी की विशेष आरती के साथ ही महारास का आयोजन सुबह 8 बजे तक चला।