बीकानेर। 108 कुंडीय श्रीरामचरित मानस महायज्ञ एवं श्रीराम कथा रविवार से शुरू होगी। इससे पूर्व शनिवार को संत नगर भ्रमण एवं कलश यात्रा निकाली गई थी। एक जैसे परिधान पहने, सिर पर कलश धारण किए हजारों महिलाओं ने कलश यात्रा निकाली। शनिवार सुबह सैकड़ों संतों ने नगर परिक्रमा की। बग्गी, रथों पर सवार संतों द्वारा विश्व कल्याण की कामना की गई।
जगद्गुरु रामभद्राचार्य महाराज का होगा स्वागत
रामझरोखा कैलाशधाम के पीठाधीश्वर श्रीसरजूदासजी महाराज ने बताया कि पद्मविभूषित तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु श्रीरामभद्राचार्यजी महाराज का रविवार दोपहर 12.30 बजे जयपुर रोड वृन्दावन एन्क्लेव के पास स्वागत किया जाएगा। वहां से हल्दीराम प्याऊ सर्किल, अम्बेडकर सर्किल, मॉर्डन मार्केट, केईएम रोड, कोटगेट थाने के आगे से डाक बंगला, रानी बाजार चौराहा, गोगागेट, प्राकृतिक चिकित्सा केन्द्र गंगाशहर होते हुए रामझरोखा कैलाशधाम पहुंचेंगे।
सुबह 8 बजे से महायज्ञ की शुरुआत
कार्यक्रम संयोजक अशोक मोदी और सचिव श्रीभगवान अग्रवाल ने बताया कि यज्ञाचार्य पं. जुगलकिशोर ओझा के आचार्यत्व में यज्ञ, पूजन अनुष्ठान किए जाएंगे। अब रविवार सुबह करीब 8:00 बजे से 108 कुंडीय श्रीरामचरितमानस महायज्ञ की शुरुआत होगी और दोपहर में चार बजे से जगद्गुरु श्रीरामभद्राचार्यजी महाराज के मुखारविंद से रामकथा का वाचन होगा।
संत दर्शन के लिए उमड़ा शहर
इससे पहले शनिवार को अखिल भारतीय संत संतति के राष्ट्रीय अध्यक्ष अविचलदासजी महाराज, मथुरा से श्यामसुंदरदासजी महाराज, चित्रकूट से महामंडलेश्वर नारायणदासजी महाराज, इंदौर से महामंडलेश्वर राधे बाबा, गुजरात से महामंडलेश्वर पतितपावनदासजी महाराज, अयोध्या से दिगम्बर अखाड़े के महामंत्री वैष्णोदासजी महाराज, बक्सर बिहार से धर्माचार्य स्वामी प्रियमजी महाराज, नौसेरा जम्मू से महामंडलेश्वर श्री संतोषदासजी महाराज एवं नागौर से श्री बजरंगदासजी महाराज सहित लगभग सैकड़ों दुर्लभ साधु-संतों ने नगरपरिक्रमा की। आयोजन में अब तक लगभग 450 संत-महात्मा बीकानेर पहुंच चुके हैं।
जगह जगह पुष्पवर्षा से स्वागत
संत नगर भ्रमण प्रभारी कन्हैयालाल भाटी ने बताया कि रामझरोखा कैलाशधाम से प्रारंभ हुआ संत नगर भ्रमण लगभग 15 किमी तक पूरे शहर में परिक्रमा लगाकर कलशयात्रा के साथ वापस सियारामनगर पहुंचा। लगभग 170 से अधिक स्थानों पर श्रद्धालुओं द्वारा पुष्पवर्षा, जल सेवा के साथ संत-महात्माओं एवं यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं का स्वागत किया गया।

























