बीकानेर। नवरात्रि पावन पर्व पर नगर सेठ लक्ष्मीनाथ जी मंदिर परिसर रामलीला मैदान में निरंतर संगीतमय भव्य रामलीला का आयोजन की छठी रात्रि का दृश्य सीता हरण का दृश्य दिखाया गया संस्थान के अध्यक्ष गिरीराज जोशी ने बताया की लीला का शुभारंभ भगवान गणेश जी की आरती से आरंभ किया गया व मुख्य अतिथि समाजसेवी गौ भक्त देवकिशन चांडक समाजवादी भगवान अग्रवाल मुकेश आलडिया थे आज की लीला में सीता हरण का दृश्य दिखाया गया
सूर्पनखा द्वारा जंगल में जाकर राजकुमारों को देखना फिर रूप बदलकर सुंदरी सूर्पनखा बनकर आना
लंका स घूमण आई रे राम सू हो गियो प्यार रे सीता हुई खूण खार लक्ष्मण पर वरी वारी जाऊं रे राम सू हो गियो प्यार
सीता द्वारा
राम को कहां मृग ऐसा देखा या ना सुना देखो तो सधड सलोना है देखो तो सर से पावा तलाक सारा सोना ही सोना है
राम के द्वारा हिरण को पकड़ने के लिए पीछे दोडते है
उसके पश्चात राम जोर जोर से आवाज लगाते हैं भैय्या लक्ष्मण बचाओ तब सीता माता लक्ष्मण जाओ तुम्हें तुम्हारे भैय्या आवाज दे रहे हैं
सीता लक्ष्मण सवाद
अब मैंने सब जान लिया स्वार्थ का भाईचारा है जो तुम घर से वन आए हो कुछ मतलब और तुम्हारा है
लक्ष्मण ने कहां
मेरी माता तुम्हें आज क्या हो गया किस किस्म की यह बातें सुनाती मुझे आज तुम्हारे दिल में यह क्या गया है बेगुना तो मत लगा तो सही
कपटी रावण द्वारा मैया मुझको भिक्षा दे
सीता द्वारा अरे दुष्ट खड़ा रे सावधान स्वामी आने वाले हैं जो धनुष तोड़ ले आए थे वही मेरे रखवाले हैं
संस्थान के उपाध्यक्ष मक्खन जोशी ने बताया की लीला में किरदार की भूमिका में गणेश ललित रावण कैलाश भादाणी राम गिरीराज जोशी ललन लक्ष्मण जितेश पुरोहित सीता प्रशान्त आचार्य नकटी सूर्पनखा रवि जोशी सुन्दरी सूर्पनखा गिरीराज जोशी मृग गोपाल व्यास मेघनाथ मदन गोपाल आचार्य अक्षय कुमार सभासद योगेश हर्ष गोविन्द सोनी भरत मारु लक्ष्मण सोनी तरुण जेठाराम गोदारा प्रकाश मारु द्रोण गौड़ शिवराज जोशी धनेश्वर पुरोहित भैरु भादाणी केशव आदि ने मंचन किया

























