जयपुर। ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ यूनिवर्सिटी एंड कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन ( एआई फुक्टो)के आह्नान पर 13 सितम्बर को पूरे देश के कॉलेज शिक्षक अपनी मांगों को लेकर प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र बनारस में धरना देंगे।
राजस्थान से भी राजस्थान विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय शिक्षक संघ (रूक्टा) से जुड़े शिक्षक बड़ी संख्या में रूक्टा के बैनर तले महामंत्री प्रोफेसर बनय सिंह व अध्यक्ष प्रो.रघुराज परिहार के नेतृत्व में भाग लेंगे।
रुक्टा के प्रदेश महामंत्री प्रो. बनय सिंह ने बताया कि उपर्युक्त धरना पूरे भारत में नई पेंशन स्कीम की जगह ओल्ड पेंशन स्कीम लागू करने; पूरे भारत में कॉलेज टीचर्स की सेवानिवृत्ति आयु एक समान 65 वर्ष करने; नई शिक्षा नीति 2020 को निरस्त करने; यू जी सी ड्राफ्ट विनिमय 2024और 2025 को वापस करने ; पीएचडी व एमफिल के इंक्रीमेंट लागू करने; 8 वे वेतन संशोधन के समय वर्तमान पेंशनधारी और भविष्य के पेंशन धारियों के बीच कोई भेदभाव नहीं करने; पीएच.डी को एसोसिएट प्रोफेसर और प्रोफेसर पदोन्नति से अलग करने; शिक्षा के लिए बजट आवंटन को 10%तक बढ़ाने जैसी मांगों को लेकर आयोजित किया जा रहा है।
डॉ सिंह ने बताया कि इस धरने में राजस्थान के 374 राजसेस कॉलेजों के समायोजन करने; राजस्थान के राज्य वित्त पोषित विश्वविद्यालय शिक्षकों को पेंशन परिलाभ देने; पारदर्शी स्थानांतरण नीति बनाने; सातवें वेतनमान के प्रथम 1 वर्ष का वास्तविक भुगतान करने तथा पुस्तकालय अध्यक्ष व फिजिकल एजुकेशन टीचर्स को भी अन्य शिक्षकों की तरह वेतनमान देने सहित कई मांगों के समर्थन में केंद्र सरकार को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
रुक्टा अध्यक्ष प्रो रघुराज परिहार ने कहा कि SC/ST/OBC/PWS के लिए संविधान द्वारा अनिवार्य आरक्षण नीति को उच्च शिक्षा संस्थानों में सही तरीके से लागू करें ; SC/ST/OBC और छात्राओं के लिए ट्यूशन शुल्क को माफ़ किया जाना चाहिए ताकि उनकी शिक्षा तक पहुंच में सुधार हो ।

























