

उदयपुर। पिछले एक माह से उदयपुर और आसपास के क्षेत्र में लोगों की जान लेने वाले आदमखोर पैंथर का शुक्रवार सुबह खत्म हो गया। पिछले एक महीने में यह आदमखोर पैंथर आठ लोगों का शिकार कर चुका था। पैंथर को उदयपुर के मदार इलाके में गोली मारी गई।
आखिरकार किया शूट
लगातार लोगों की जान लेने वाले इस पैंथर को मारने को लेकर टीम बनाई गई और एक्सपर्ट शूटर अभी पिछले कई दिनों से इस पैंथर की तलाश कर रहे थे शुक्रवार को पुलिस और वन कर्मियों ने आदमखोर को घेरकर उसे गोली मार दी।
आलाधिकारी पहुंचे मौके पर
पैंथर को गोली मारने की सूचना मिलने के बाद वन विभाग और पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं।
पुष्टि बाकी
हालांकि वन विभाग और पुलिस के जवानों ने मिलकर इस पैंथर का खात्मा कर दिया लेकिन अभी भी इस बात की पुष्टि नहीं हुई कि आठ लोगों का शिकार करने वाला आदमखोर पैंथर यही है जो मारा गया है। पुलिस ने बताया कि शुक्रवार सुबह पैंथर को शूट किया गया। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जांच के बाद यह पुष्टि हो पाएगी कि यह आदमखोर पैंथर था।
दो दिन पहले ही किया था हमला
पैंथर ने इसी इलाके में दो दिन पहले खेत में काम कर रही दो महिलाओं पर हमला किया था, जिनमें एक की मौत हो गई। इसे आदमखोर ही बताया जा रहा है।
आठ लोगों की ली जान
19 सितंबर काे गोगुन्दा के पास उंडीथल गांव में 16 साल की कमला गमेती पर हमला किया। इसके बाद 19 सितंबर काे ही महज 500 मीटर दूर भेवड़िया गांव में 45 वर्षीय खुमाराम गमेती पैंथर का शिकार बना।
अगले दिन 20 सितंबर काे पैंथर ने छाली के ही उमरिया गांव में 50 साल की हमेरी गमेती का शिकार किया।
28 सितंबर को गोगुंदा की ही बगडूंदा ग्राम पंचायत के गुर्जरों का गुड़ा में 55 साल की गटू बाई को पैंथर ने शिकार बनाया।
30 सितंबर को गोगुंदा की विजय बावड़ी पंचायत के राठौड़ों का गुड़ा में तेंदुए ने मंदिर के पुजारी 65 वर्षीय विष्णु पुरी पर हमला किया। यह जगह गोगुंदा से 4 किमी दूर है।
एक अक्टूबर को विजयबावड़ी ग्राम पंचायत के केलवों का खेड़ा में 50 वर्षीय कमला कुंवर पत्नी ओम सिंह को शिकार बना लिया।