

बीकानेर। दीपावली का पर्व धनतेरस से लेकर भाई दूज तक मनाया जाता है। 5 दिन का दीपोत्सव का पर भी मनाया जाता है लेकिन इस बार दीपोत्सव पांच दिन बल्कि 6 दिन का होगा।
अमावस्या तिथि के चलते होगा
पंडित राजेंद्र किराडू ने बताया कि 12 नवंबर को अमावस्या की तिथि दोपहर बाद शुरू होगी और इस दिन दीपावली का पर्व होगा और अगले दिन यानि 13 नवंबर को दोपहर तक अमावस्या की तिथि रहेगी। ऐसे में लोक प्रचलन अनुसार अमावस्या की तिथि दो हो गई लेकिन सांयकाल में अमावस्या तिथि 12 नवंबर को होगी। इसलिए दीपावली का पर उसी दिन मनाया जाएगा। वहीं दीपावली के अगले दिन 13 नवंबर को उदय कल में अमावस्या तिथि होने के चलते गोवर्धन पूजा अन्नकूट का पर्व नहीं होगा। बल्कि 14 नवंबर को गोवर्धन पूजा और मनाया जाएगा और इसी कारण 15 नवंबर को भाईदूज का पर्व होगा।
कुछ लोग मत भिन्न
वहीं कुछ लोग दीपावली के अगले दिन ही गोवर्धन पूजा का पर्व मनाएंगे। हालांकि किराडू कहते हैं कि किसी भी तरह से कोई मनाही नहीं है लेकिन उदयतिथि अमावस्या होने से मतभिन्नता है। 13 नवंबर और 14 नवंबर को दोनों ही दिन गोवर्धन पूजन लोग अपनी परंपरा अनुसार मनाएंगे। इसलिए दोनों दिन यह पर्व होगा।
10 को धनतेरस से 15 को भैयादूज तक
पंडित राजेंद्र किराडू ने बताया कि 10 नंवबर को धनतेरस पर्व है और 15 को भैया दूज बनाई जाएगी ऐसे में 6 दिन तक घरों में दीपक जलाए जाएंगे।
पिछली साल भी हुआ था कुछ ऐसा
पिछली बार भी दीपावली के अगले दिन ग्रहण होने के चलते अगले दिन गोवर्धन पूजा नहीं हुई जिसके कारण बात की जगह 6 दिन तक दीप उत्सव का पर्व मनाया गया।