

बीकानेर। राजस्थान के शिक्षा जगत में संघर्ष का पर्याय रहे शिक्षक नेता श्रवण पुरोहित की स्मृति में श्रद्धांजलि सभा रविवार को होगी। दो दिन पहले एक सड़क हादसे में पुरोहित का असामयिक निधन हो गया था। राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत के प्रदेश मंत्री श्रवण पुरोहित के निधन से समूचे शिक्षा जगत और कर्मचारी जगत में शोक की लहर है। पुरोहित की स्मृति में रविवार को महारानी स्कूल में श्रद्धांजलि सभा होगी। सुबह 12:15 से दोपहर 2:00 बजे तक आयोजित श्रद्धांजलि सभा में समस्त शिक्षा जगत कर्मचारी जगत राजनीतिक सामाजिक संगठन से जुड़े लोग शामिल होंगे।
जीवन पर्यंत किया संघर्ष
शिक्षा जगत और कर्मचारी जगत में श्रवण पुरोहित ने सदैव शिक्षकों और कर्मचारियों के हितों को लेकर संघर्ष किया। शिक्षा जगत से जुड़े लोगों का कहना है कि श्रवण पुरोहित के निधन से जो शून्यता आई है उसे कभी भरा नहीं जा सकेगा।
हर वर्ग के चहेते
शिक्षकों के मुद्दे पर किसी भी अंजाम की परवाह किए बिना लड़ाई लड़ने का मजा रखने वाले श्रवण पुरोहित हर वर्ग के चेहेते रहे। शिक्षा निदेशालय में जांबाज नेता के तौर श्रवण पुरोहित की पहचान रही। बावजूद अधिकारी भी उनका पूरा सम्मान देते थे। दरअसल चेहरे पर सदैव मुस्कान रखने वाले पुरोहित शिक्षकों के मुद्दों पर समझौता नहीं करते बावजूद अधिकारियों से उनका व्यवहार स्नेह का रहा। साथी शिक्षकों के बीच भी वे अपने मृदु व्यवहार के चलते लोकप्रिय थे।
आंदोलन की पाठशाला
अपनी साथियों के बीच आंदोलन की पाठशाला के रूप में वह स्थापित रहे और शिक्षा निदेशालय पर शिक्षकों के मुद्दे को लेकर जब भी शिक्षक संघ शेखावत की घेराव की सूचना होती तो निदेशालय में एक अलग ही माहौल संख्या बल के हिसाब से नजर आता था और यह पुरोहित का नेतृत्व गुण ही था।