बीकानेर। केन्द्रीय विधि एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने शुक्रवार को श्रीडूंगरगढ़ विधानसभा क्षेत्र में 100 करोड़ रुपए से अधिक राशि के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया।
इसकी शुरूआत श्रीडूंगरगढ़ में 2.80 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले डाॅ. बी.आर. अम्बेडकर राजकीय छात्रावास के भूमि पूजन से हुई। इस दौरान श्रीडूंगरगढ़ विधायक ताराचंद सारस्वत तथा विश्वकर्मा कौशल विकास बोर्ड के अध्यक्ष राम गोपाल सुथार सहित अनेक लोग मौजूद रहे।
केन्द्रीय मंत्री मेघवाल ने इस अवसर पर कहा कि भवन निर्माण में गुणवत्ता और समयबद्धता का विशेष ध्यान रखें। संबंधित अधिकारी निर्माण कार्य का नियमित निरीक्षण करें। उन्होंने कहा कि इस छात्रावास में रहने वाले विद्यार्थियों को शिक्षा का बेहतर वातावरण मिलेगा तथा भविष्य में देश के जिम्मेदार नागरिक बनाने की दिशा में यह महत्वपूर्ण रहेगा।
मेघवाल ने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा प्रत्येक क्षेत्र में आधारभूत सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही हैं। शिक्षा, चिकित्सा, पेयजल तथा विद्युत सुदृढ़ीकरण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। उन्होंने कहा कि श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र भी विकास से अछूता नहीं है। यहां भी विकास के ऐतिहासिक कार्य हो रहे हैं।
श्रीडूंगरगढ़ विधायक ताराचंद सारस्वत ने कहा कि विधानसभा क्षेत्र को 100 करोड़ रुपए से अधिक राशि के कार्यों की सौगातें मिली हैं। यह मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की दूरगामी सोच का परिणाम है। उन्होंने कहा कि निर्माणाधीन भवन के भूतल का क्षेत्रफल 703.50 वर्गमीटर तथा प्रथम तल का क्षेत्रफल 689.23 वर्गमीटर है। इसमें 13 शयन कक्ष, एक-एक कार्यालय कक्ष, बैठक कक्ष एवं गार्ड कक्ष, एक रसोईघर मय भोजन कक्ष, एक वाचनालय, दस-दस स्नानघर एवं शौचालय, एक काॅमन रूम तथा भंडार आदि बनाए जाएंगे। इसे जुलाई 2026 में पूर्ण कर लिया जाएगा।
समाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के संयुक्त निदेशक एलडी पंवार ने बताया कि पचास छात्रों की क्षमता वाले इस छात्रावास में लाभार्थी बच्चों को भोजन, नाश्ता, वस्त्र, पौशाक आदि राज्य सरकार के निर्धारित नाॅम्र्स के अनुरूप उपलब्ध करवाई जाएगी।
इस दौरान नगर पालिका श्रीडूंगरगढ़ के सभापति मानमल शर्मा, रामेश्वर लाल, नरेश कुमार, चंपालाल गेदर, रामदेव बोहरा, जगदीश पारीक, मोहन लाल, बजरंग लाल सारस्वत, उपखण्ड अधिकारी शुभम शर्मा, जिला परिवीक्षा एवं समाज कल्याण अधिकारी सुरेन्द्र कुमार, अधिशाषी अभियंता देवराज हटीला, थानमल भाटी, मदन लाल मेघवाल, मेघाराम तथा ओमप्रकाश मौजूद रहे।
भोजास को मिला 33/11 केवी जीएसएस
केन्द्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और विधायक ताराचंद सारस्वत ने भोजास में 2.50 करोड़ रुपए की लागत से बने जीएसएस का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि यह जीएसएस बनने से क्षेत्र में विद्युत संबंधी समस्या का स्थाई समाधान होगा। मेघवाल ने केन्द्र प्रवर्तित योजनाओं की जानकारी दी। वहीं विधायक सारस्वत ने कहा कि क्षेत्र में विद्युत तंत्र सुदृढ़ीकरण की दिशा में हो रहे कार्य आमजन को बड़ी राहत देंगे।
झंझेऊ में 3 करोड़ के दर्जनों कार्यों का हुआ लोकार्पण
मेघवाल और सारस्वत ने झंझेऊ में 3 करोड़ रुपए से अधिक राशि से निर्मित दर्जनों कार्यों का लोकार्पण किया। इनमें सामुदायिक भवन, बरामदा, शेड जैसे कार्य शामिल रहे। मेघवाल ने कहा कि सरकार द्वारा आधारभूत सुविधाओं के विकास को भी प्राथमिकता दी जा रही है। उन्होंने यहां 10 लाख रुपए की लागत से सामुदायिक भवन बनाने की घोषणा की। विधायक सारस्वत ने कहा कि आमजन की आवश्यकता और मांग के मद्देनजर विभिन्न मदों से यह कार्य करवाए गए हैं।
नारसीसर को दी रेलवे अंडर ब्रिज की सौगात
केन्द्रीय मंत्री मेघवाल और सारस्वत ने नारसीसर से कुचोर के रास्ते में बने आरयूबी का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री बजट घोषणा की अनुपालना में 4.38 करोड़ रुपए की लागत सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा इसका निर्माण करवाया गया है। इस अवसर पर मेघवाल ने कहा कि आरओबी के चालू होने से क्षेत्र से गुजरने वाले हजारों व्यक्तियों को आवागमन में सुलभता होगी। सारस्वत ने कहा कि मुख्यमंत्री ने श्रीडूंगरगढ़ को अनेक सौगातें दी हैं। इनमें आरयूबी प्रमुख है। यह आमजन के लिए लाभदायक रहेगा।
विद्युत तंत्र सुदृढ़ीकरण की दिशा में साबित होगा मील का पत्थर
मेघवाल और सारस्वत ने तोलियासर में 39.52 करोड़ की लागत से बनने वाले 132 केवी जीएसएस का भूमि पूजन किया। उन्होंने जालबसर में 2.50 करोड़ रुपए की लागत से 33/11 केवी जीएसएस का लोकार्पण तथा गुसांईसर बड़ा में 48.52 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले 132 केवी जीएसएस का भूमि पूजन किया। मेघवाल ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा विद्युत सुदृढ़ीकरण की दिशा में करवाए जा रहे कार्य आने वाले समय में मील का पत्थर साबित होंगे। सारस्वत ने कहा कि क्षेत्र में कृषि कार्यों की अधिकता को देखते हुए विद्युत संबंधी कार्य सबसे अधिक करवाए जा रहे हैं। ये जीएसएस क्षेत्र की विद्युत आवश्यकताओं की पूर्ति करेंगे।
इस दौरान विश्वकर्मा कौशल विकास बोर्ड के चेयरमेन राम गोपाल सुथार, मानसिंह राहपुरोहित, राधेश्याम दर्जी, महेन्द्र सिंह, नरेश मोट तथा रामेश्वर पारीक सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी साथ रहे।

























